धड़कन अचानक तेज होना, अचानक घबराहट होना,भय, चिंता,तुरंत करें ये उपाय | Fear, Anxiety, Depression
नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आप सभी का पूरब टाइम्स हेल्थ एंड फिटनेस चैनल में। क्या आपको भी अचानक दिल की धड़कन तेज होने, घबराहट, बेचैनी या डर महसूस होने जैसी समस्याएं परेशान करती है? क्या आप शरीर में कंपन, सांस फूलना, सिर चकराना या दिल में डर बैठ जाने जैसे लक्षणों से जूझ रहे हैं? अगर हां, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। आज हम इन मानसिक और शारीरिक लक्षणों के पीछे के मुख्य कारणों को जानेंगे और साथ ही आपके लिए लाए हैं 15 ऐसे अचूक घरेलू और प्राकृतिक उपाय जो इन समस्याओं से 100% राहत दिलाने में कारगर माने गए हैं। यह जानकारी आपके दिल और दिमाग दोनों को सुकून देगी। इस बहुमूल्य वीडियो को अंत तक देखें और अपने दोस्तों व परिवार के साथ जरूर साझा करें ताकि वे भी इसका लाभ उठा सके। इन लक्षणों के मुख्य कारण अक्सर हम इन लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं या इन्हें केवल मानसिक कमजोरी मान लेते हैं। जबकि इनके पीछे कई शारीरिक और मानसिक कारण हो सकते हैं। इन्हें समझना बेहद जरूरी है। तनाव और चिंता आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हमारी रोजमर्रा की साथी बन गए हैं। चाहे वह ऑफिस का दबाव हो, रिश्तों में उलझने हो या फिर भविष्य की चिंता यह सब हमारे दिमाग को इतना थका देते हैं कि शरीर में एड्रिनलिन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। एड्रिनलिन एक फाइट या फ्लाइट हार्मोन है जो दिल की धड़कन को तेज कर देता है और हमें घबराहट महसूस कराता है। पैनिकिक अटैक यह अचानक से होने वाला एक तीव्र डर का दौरा होता है जिसमें आपको लगता है जैसे कुछ बहुत बुरा होने वाला है। इसके साथ तीव्र शारीरिक लक्षण भी जुड़े होते हैं। जैसे दिल का तेज धड़कना, सांस लेने में तकलीफ, छाती में दर्द पसीना आना और चक्कर आना। यह स्थिति बेहद डरावनी हो सकती है। लेकिन आमतौर पर यह कुछ ही मिनटों में ठीक हो जाती है। कैफीन या एनर्जी ड्रिंक का अधिक सेवन, चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स और एनर्जी ड्रिंक्स में मौजूद कैफीन एक उत्तेजक पदार्थ है। इसका अधिक सेवन करने से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र उत्तेजित हो जाता है। जिससे दिल की धड़कन असामान्य रूप से बढ़ सकती है। बेचैनी महसूस हो सकती है और नींद भी प्रभावित हो सकती है। थायरॉइड समस्या जिसे हाइपरथायरॉइडिज्म कहते हैं। तब होती है जब हमारी थायरॉइड ग्रंथि जो कि गले में होती है बहुत ज्यादा सक्रिय हो जाती है और जरूरत से ज्यादा थायरॉइड हार्मोन बनाती है। यह हार्मोन हमारे चयापचय को कंट्रोल करता है और इसकी अधिकता से दिल की धड़कन तेज हो जाती है। घबराहट महसूस होती है और वजन भी कम हो सकता है। खाली पेट रहना या फिर ब्लड शुगर का गिरना जिसे हाइपोग्लाइससीमिया भी कहते हैं। तब होता है जब हम लंबे समय तक कुछ नहीं खाते या हमारे शरीर में रक्त शर्करा का स्तर बहुत कम हो जाता है। ऐसे में शरीर को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिलती और दिमाग, घबराहट, बेचैनी, चक्कर आना और कमकंपी जैसी प्रतिक्रियाएं देने लगता है ताकि आपको ऊर्जा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जा सके। 15 घरेलू उपाय जो 100% राहत दिला सकते हैं। चिंता, घबराहट और धड़कन की इन समस्याओं से निपटने के लिए सच कहूं तो प्रकृति ने हमें कई अद्भुत उपहार दिए हैं। यह 15 घरेलू और प्राकृतिक उपाय न केवल सुरक्षित हैं बल्कि इनका नियमित रूप से इस्तेमाल आपको मानसिक और शारीरिक शांति भी देगा। गहरी सांस लें। यह सबसे सरल और सबसे प्रभावी तरीका है। जब भी आपको घबराहट महसूस हो, अपनी नाक से धीरे-धीरे गहरी सांस लें। कुछ सेकंड के लिए रोके और फिर मुंह से धीरे-धीरे छोड़ें। इस प्रक्रिया को दिन में कम से कम पांच बार दो-द मिनट के लिए करें। तुलसी के पत्ते आयुर्वेद में तुलसी को क्वीन ऑफ हर्ब्स कहा जाता है। इसमें शक्तिशाली एडप्टोजेनिक गुण होते हैं जो शरीर को तनाव से निपटने में मदद करते हैं। सुबह खाली पेट चारप ताजे तुलसी के पत्ते चबाएं या तुलसी की चाय मतलब गर्म पानी में तुलसी के पत्ते डालकर बनाकर पिए। लौंग और मिश्री यह एक त्वरित उपाय है जो घबराहट और तेज धड़कन को तुरंत शांत कर सकता है। जब भी आपको ऐसी बेचैनी महसूस हो दो लौंग और एक छोटा टुकड़ा मिश्री को एक साथ धीरे-धीरे चबाएं। लौंग में प्राकृतिक रूप से शांत करने वाले गुण होते हैं। अश्वगंधा एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसे भारतीय जिनसे के नाम से भी जाना जाता है। यह तनाव, भय और चिंता को कम करने में बेहद लाभकारी है। रात को सोने से पहले एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण को गुनगुने दूध के साथ लें। त्रिफला तीन फलों, आंवला, हरड़ और बहेड़ा का मिश्रण है जो शरीर को डिटॉक्सिफाई करने और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को गर्म पानी के साथ लें। यह न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक शुद्धि में भी सहायक है। शंख प्रक्षालन प्राणायाम एक योगिक क्रिया है जो शरीर और मन को गहराई से शुद्ध करती है। हालांकि इसे किसी योग्य गुरु के मार्गदर्शन में ही करना चाहिए। गहरे और संतुलित प्राणायाम से श्वास नियंत्रित होती है जिससे दिल शांत होता है और मन एकाग्र होता है। नियमित प्राणायाम, मानसिक शांति और स्थिरता लाता है। गुनगुना पानी पीना। जब भी आपको तेज धड़कन या घबराहट महसूस हो तो तुरंत एक या दो गिलास गुनगुना पानी धीरे-धीरे पिए। गुनगुना पानी तंत्रिका तंत्र को आराम देता है और शरीर में रक्त संचार को बेहतर बनाता है जिससे बेचैनी काफी कम होती है। नींबू और शहद यह एक प्राकृतिक शांत करने वाला पेय है। एक नींबू का रस और एक चम्मच शहद को गुनगुने पानी में मिलाकर पिए। नींबू में मौजूद विटामिन सी और शहद के शांत करने वाले गुण घबराहट और उलझन को तुरंत कम कर सकते हैं। ब्राह्मी और शंखपुष्पी सिरप आयुर्वेद में ब्राह्मी को दिमाग की औषधि कहा जाता है क्योंकि यह मस्तिष्क के कार्यों को बढ़ावा देती है और याददाश्त में सुधार करती है। शंखपुष्पी भी एक शक्तिशाली मस्तिष्क टॉनिक है। इन दोनों का सिरप किसी विश्वसनीय आयुर्वेदिक ब्रांड का दिन में दो बार एक-एक चम्मच लें। यह मानसिक शांति प्रदान करते हैं और तनाव कम करते हैं। ध्यान और मेडिटेशन यह एक बहुत ही शक्तिशाली अभ्यास है जो हमारे मन को शांत करता है और तनाव को कम करने में मदद करता है। दिन में कम से कम 10 मिनट के लिए ध्यान जरूर करें। आप किसी शांत जगह पर बैठ जाएं। अपनी आंखें बंद करें और बस अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें। शुरुआत में आप कुछ ही मिनटों से शुरू कर सकते हैं और फिर धीरे-धीरे समय बढ़ा सकते हैं। अलसी के बीज यानी फ्लेक्स सीड्स ओमेगा थ्री फैटी एसिड से भरपूर होते हैं जो हमारे हृदय स्वास्थ्य और मस्तिष्क के लिए बहुत फायदेमंद है। यह बीज सूजन को कम करते हैं और मूड को बेहतर बनाने में भी मदद करते हैं। रोजाना एक चम्मच भुने हुए अलसी के बीज जरूर खाएं। दूध में जायफल पाउडर मिलाना यह एक बहुत ही आसान और असरदार तरीका है। जायफल में प्राकृतिक रूप से नींद लाने वाले और मन को शांत करने वाले गुण पाए जाते हैं। एक गिलास गुनगुने दूध में चुटकी भर जायफल पाउडर मिलाएं और रात को सोने से पहले पिए। इससे आपको गहरी और आरामदायक नींद मिलेगी और मन की शांति भी बढ़ेगी। केले का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। केले पोटेशियम से भरपूर होते हैं जो हृदय गति को संतुलित रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पोटेशियम इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है और तंत्रिका तंत्र को भी ठीक से काम करने में सपोर्ट करता है। दिन में एक या दो केले जरूर खाएं। भीगे हुए बादाम और अखरोट भी बहुत जरूरी हैं। बादाम और अखरोट ओमेगा तीन फैटी एसिड, विटामिन ई और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो हमारे मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को सशक्त बनाते हैं। सुबह के समय पांच भीगे हुए बादाम और दो भीगे हुए अखरोट खाएं। इससे आपकी याददाश्त और एकाग्रता में भी सुधार आता है। शांत संगीत और खुशबू यानी एरोमाथरेपी हमारे मन पर गहरा प्रभाव डालती है। जब भी आप चिंतित या तनावग्रस्त महसूस करें तो थोड़ा सा शांत संगीत सुने। साथ ही लैवेंडर, चंदन, गुलाब या नींबू जैसे आवश्यक तेलों की खुशबू का इस्तेमाल करें। आप इन्हें डिफ्यूजर में डाल सकते हैं या बस सीधे सूंघ सकते हैं। यह खुशबूएं दिमाग को तुरंत सुकून देती है और तनाव को कम करने में मदद करती है। तुरंत करें यह तीन काम अगर घबराहट हो। कभी-कभी घबराहट इतनी तीव्र होती है कि हमें तुरंत कुछ करने की जरूरत होती है। इन तीन सरल कदमों का पालन करें। बैठ जाएं और पैरों को जमीन पर टिकाएं। जब घबराहट महसूस हो तो तुरंत कहीं बैठ जाएं। अपने पैरों को जमीन पर मजबूती से टिकाएं। यह आपको ग्राउंडेड महसूस करने में मदद करेगा और आपके ध्यान को वर्तमान क्षण पर लाएगा। गहरी सांस लें और खुद से कहें सब ठीक है। अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें और गहरी सांस लेना शुरू करें। जैसा कि ऊपर बताया गया है। साथ ही मन ही मन या हल्के स्वर में खुद से दोहराएं। सब ठीक है। यह बस एक पल है। यह गुजर जाएगा। आत्म आश्वासन बहुत प्रभावी होता है। मुंह में थोड़ा पानी लें। धीरे-धीरे पिए। थोड़ा सा पानी अपने मुंह में लें और उसे धीरे-धीरे घूंट-घूंट करके पिए। यह आपके वेगस तंत्रिका को उत्तेजित करता है जो हृदय गति को धीमा करने और शांत करने में मदद करता है। दोस्तों, दिल की धड़कन का तेज हो जाना, घबराहट या डर महसूस होना कोई मानसिक कमजोरी नहीं है। यह अक्सर आपके शरीर का एक अलार्म है जो बताता है कि आपको अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है। अगर यह लक्षण बार-बार हो रहे हैं या आपकी दैनिक गतिविधियों को प्रभावित कर रहे हैं तो किसी योग्य चिकित्सक या विशेषज्ञ से मिलना बेहद जरूरी है। वे सही निदान कर सकते हैं और आपको उचित उपचार या परामर्श दे सकते हैं। लेकिन ऊपर बताए गए यह 15 घरेलू उपाय और आयुर्वेदिक नुस्खे आपके शरीर और दिमाग दोनों को शांति देंगे और आपके जीवन में संतुलन लाने में मदद करेंगे। इन्हें अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाकर आप एक स्वस्थ और शांत जीवन जी सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो तो कृपया इस पोस्ट को लाइक करें। इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें और ऐसे ही स्वास्थ्य से जुड़े विषयों के लिए पूरा टाइम्स हेल्थ एंड फिटनेस चैनल को सब्सक्राइब करना ना भूलें। धन्यवाद।
क्या आपको भी अचानक घबराहट, बेचैनी या तेज धड़कन का अनुभव होता है?
क्या बिना किसी कारण डर लगता है, पसीना आता है या सांसें तेज चलने लगती हैं?
तो यह वीडियो आपके लिए है!
इस वीडियो में हम बताएंगे:
✅ घबराहट, तेज धड़कन और बेचैनी के पीछे के असली कारण
✅ पैनिक अटैक और Anxiety से जुड़े लक्षण
✅ 15 असरदार घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय
✅ कैसे तुरंत राहत पाएं — बिना किसी दवा के
✅ मन को शांत रखने वाले प्राणायाम और मेडिटेशन टिप्स
ये वीडियो देखकर आप जान पाएंगे कैसे डर और घबराहट पर जीत पाई जा सकती है – वो भी पूरी तरह घरेलू तरीकों से।
🌿 उपायों में शामिल हैं:
अश्वगंधा, तुलसी, ब्राह्मी
गहरी सांस, ध्यान, शंखप्रक्षालन
लौंग-मिश्री, नींबू-शहद जैसे रामबाण नुस्खे
👉 अगर आप या आपके करीबी कभी ऐसी स्थिति से गुज़रे हैं, तो यह जानकारी जीवन बदल सकती है।
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NOTE -” हम अपने पूरब टाइम्स के दर्शकों के लिए सभी प्रकार के वीडियो बनाते है, ताकि हमारे दर्शकों को अधिक से अधिक जानकारी दे
कुछ इस प्रकार से है ,आप यहां क्लीक करे इस वीडियो को देख कर लाभ उठाये ”
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2 Comments
Nice video👍👍👍
Haa